इस लेख में हम उपसर्ग और प्रत्यय के बारे में बात करेंगे। उपसर्ग वे शब्दांश होते हैं जो किसी शब्द के पहले लगते हैं और उनका अर्थ बदल देते हैं। हम इस लेख में उपसर्ग की परिभाषा और 50 उदाहरण देखेंगे। प्रत्यय एक अक्षर या अक्षरों का समूह होता है, जो शब्द के अंत में जुड़कर उस शब्द का अर्थ बदल देता है। हम प्रत्यय की परिभाषा और 50 उदाहरण भी देखेंगे। यह जानना महत्वपूर्ण है क्योंकि उपसर्ग और प्रत्यय हिंदी भाषा में शब्दों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हम इस लेख में इन दोनों की परिभाषा, उदाहरण और महत्त्व के बारे में विस्तार से बात करेंगे। यह लेख "उपसर्ग और प्रत्यय के 50 उदाहरण हिंदी में" आपके लिए महत्वपूर्ण होगा।
उपसर्ग किसे कहते हैं?
उपसर्ग किसे कहते हैं? |
उपसर्ग की परिभाषा (Upsarg ki Paribhasha): उपसर्ग वे शब्दांश होते हैं जो किसी शब्द के पहले लगते हैं और उनका अर्थ बदल देते हैं। जैसे - अतिसुंदर, अनुगामी, इनमें क्रमशः अति और अनु जुड़े हैं, जिन्हें उपसर्ग कहते हैं।
चूंकि ये अति और अनु शब्दांश हैं इसलिए इनका कोई स्वतंत्र अस्तित्व नहीं होता हैं।
उपसर्ग के 10 उदाहरण
यहां कुछ उपसर्ग के उदाहरण दिए गए हैं जिनसे आपको उपसर्ग समझने में मदद मिलेगी:
- प्र + बाल = प्रबल
- प्र + कोप = प्रकोप
- प्र + ख्यात = प्रख्यात
- परा + जय = पराजय
- परा + अधीन = पराधीन
- परा + आश्रय = पराश्रय
- अप + मान = अपमान
- अप + व्यय = अपव्यय
- अप + शब्द = अपशब्द
- अव + गुण = अवगुण
प्रत्यय किसे कहते हैं?
प्रत्यय किसे कहते हैं? |
प्रत्यय की परिभाषा (Pratyay ki Paribhasha): प्रत्यय एक अक्षर या अक्षरों का समूह होता है, जो शब्द के अंत में जुड़कर उस शब्द का अर्थ बदल देता है। उदाहरण के लिए मूर्ख में ता प्रत्यय जोड़कर मूर्खता बनाया जाता है।
यह शब्दों के रूप, अर्थ, क्रिया या संज्ञा के रूप में प्रयोग हो सकता है। इसका उपयोग करके हम शब्दों को विभिन्न तत्वों में विभाजित कर सकते हैं और उनका अर्थ समझ सकते हैं। यह हिंदी भाषा में शब्दों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रत्यय के 10 उदाहरण
- चल + ना = चलना
- कर + नी = करनी
- मिल + आप = मिलाप
- गढ़ + अंत = गढ़न्त
- लिख + वट = लिखावट
- बच्चा + पन = बचपन
- चिल्ला + हट = चिल्लाहट
- लिख + आई = लिखाई
- हंस + ई = हंसी
- बच + आव = बचाव
उपसर्ग और प्रत्यय के 50 उदाहरण हिंदी में (Upsarg aur Pratyay in hindi)
उपसर्ग के 50 उदाहरण (Upsarg ke 50 Udaharan)
उपसर्ग के उदाहरण |
उपसर्ग | उपसर्ग से बने शब्द |
---|---|
अन | अनपढ़, अनमोल, अनजान |
अध | अधजल, अधपका, अधमरा, अधखिला |
उन | उन्नीस, उनचास |
औ | औगुन, औघट, औखट |
दु | दुबला, दुकान |
नि | निडर, निकम्मा, निहत्था, निखरा |
बिन | बिनखाया, बिनबोया |
भर | भरपेट, भरमार, भरपूर |
कु | कुसंग, कुघड़ी, कुमार्ग, कुकर्म |
स, सु | सपूत, सरस, सुदेश, सुजान, सजग, सुमार्ग |
अति | अतिरिक्त, अत्यंत, अत्युक्ति, अतिशय, अत्याचार, अतिक्रमण |
अधि | अधिकार, अधिकरण, अधिपति, अधिराज |
अनु | अनुज, अनुवाद, अनुशासन, अनुपात, अनुकूल |
अप | अपवाद, अपमान, अपराध, अपभ्रंश, अपव्यय, अपहरण, अपशब्द |
अभि | अभिमान, अभिनव, अभियंता, अभियोग |
अव | अवस्था, अवगुण, अवगत, अवज्ञा, अवतार, अवसान |
आ | आकाश, आकर्षण, आदान, आचरण, आमुख |
उत् | उत्तम, उत्कंठा, उत्थान, उत्कर्ष |
उप | उपनाम, उपस्थित, उपकार, उपनिवेश, उपदेश |
दुर्, दुस् | दुर्दशा, दुराचार, दुर्गुण, दुष्कर्म, दुर्लभ |
नि | निडर, निकृष्ट, निवास, नियुक्ति, निबन्ध |
निर् | निर्जन, निर्भय, निर्दोष, निवास, निर्मल, निर्धन |
परा | पराजय, पराभव, परामर्श, पराधीन |
प्र | प्रकाश, प्रश्न, पवित्र, प्रयास, प्रपंच, प्रसन्न, प्रसिद्धि, प्रकोप |
प्रति | प्रतिक्षण, प्रतिकार, प्रतिमान, प्रत्यक्ष, प्रतिवादी |
वि | विकास, विशेष, विज्ञान, विधवा, विनाश, विभिन्न |
सम् | संसार, सम्मुख, संग्राम, संकल्प, संयोग, संस्कृत, संस्कार |
अपर | अपराह्न |
अन्य | अन्यत्र, अन्योक्ति, अन्यतम, अन्यास |
चिर | चिरंजीव, चिरायु, चिरकाल |
पुरा | पुरातत्त्व, पुरातन, पुराविद् |
यथा | यथासम्भव, यथाशक्ति, यथासमय, यथार्थ |
बहिः | बहिष्कार, बहिर्मुख, बहिर्गामी |
सत | सत्कार, सत्कार्य, सद्गति, सज्जन, सत्संग, सत्य |
स्व | स्वभाव, स्वतंत्र, स्वदेश, स्वस्थ |
सह | सहचर, सहगामी, सहकर्मी |
न | नयन, नपुसंक, नक्षत्र |
अग्र | अग्रणी, अग्रज, अग्रसर |
प्रत्यय के 50 उदाहरण (Pratyay ke 50 Udaharan)
प्रत्यय के उदाहरण |
प्रत्यय | प्रत्यय से बने शब्द |
---|---|
पा | मोटापा, आपा, बुढ़ापा |
आई | मोटाई, गोलाई, ऊँचाई |
ता | सुंदरता, कुरूपता, दुष्टता, मनुष्यता |
त्व | बंधुत्व, स्त्रीत्व, व्यक्तित्व, अस्तित्व |
औती | मनौती, चुनौती |
आई | चढ़ाई, पढ़ाई, लिखाई, धुलाई, पिटाई, सिलाई |
आहट | मुस्कराहट, घबराहट, चिल्लाहट, कड़वाहट |
आवट | मिलावट, लिखावट, दिखावट, सजावट |
आ | भूला, भटका, भूखा, मैला, प्यारा, दुलारा |
आऊ | कमाऊ, टिकाऊ, बिकाऊ, खाऊ |
आवना | लुभावना, डरावना, सुहावना |
इक | धार्मिक, नागरिक, सामाजिक, नैतिक, पौराणिक |
इत | आनंदित, समाहित, हृष्ट |
इया | घटिया, बढ़िया, जड़िया |
ई | असली, नकली, सरकारी, क्रोधी, शहरी |
ईय | भारतीय, प्रांतीय, जातीय, राष्ट्रीय, दर्शनीय |
ईला | रसीला, चमकीला, रोबीला, सजीला, जहरीला |
ऊ | बाज़ारू, चालू, झाड़ |
मान | अभिमान, बुद्धिमान, गतिमान |
वाला | खानेवाला, पीनेवाला, पढ़नेवाला, फलवाला |
वान | धनवान, भाग्यवान, मूल्यवान |
ला | अगला, निचला, पहला, धुंधला |
ता | डूबता, चढ़ता, आता, जाता, रोता |
आ | जागा, बैठा, लेटा, उठा |
कर | सोकर, उठकर, बैठकर, लेटकर, लिखकर, खाकर |
ना | दौड़ना, खेलना, सोना, जागना, रोना, खाना |
आन | उड़ान, मिलान, लगान, उफान, उठान |
आव | छिपाव, बहाव, खिंचाव, लगाव |
ई | मजदूरी, तैराकी, नथनी, कथनी, तेज़ी, झिड़की |
अक | चालक, पालक, पावक, गायक, नायक |
ती | गिनती, बढ़ती, धरती, भरती, फबती |
ना | पढ़ना, लिखना, देखना, खेलना, सोना |
नी | कतरनी, धौंकनी, छननी, ओढ़नी |
ता | शिशुता, मनुष्यता, दानवता, मानवता, दासता |
त्व | पुरुषत्व, बंधुत्व, स्त्रीत्व, नारीत्व, व्यक्तित्व |
उपसर्ग और प्रत्यय के MCQs
1. शब्द "अनपढ़" में कौन सा उपसर्ग है?
a. अन
b. पढ़
c. अनप
d. अनजान
Ans. - a
2. शब्द "उत्थान" में कौन सा उपसर्ग है?
a. उप
b. उत
c. थान
d. उथा
Ans. - b
3. शब्द "अधिकार" में कौन सा उपसर्ग है?
a. अधि
b. अधि-कार
c. अधिक
d. आर
Ans. - a
4. शब्द "सुदेश" में कौन सा उपसर्ग है?
a. सु
b. सुद
c. देश
d. सुदेश
Ans. - a
5. शब्द "निवास" में कौन सा उपसर्ग है?
a. नि
b. वास
c. निव
d. निवास
Ans. - a
6. शब्द "अपवाद" में कौन सा उपसर्ग है?
a. अपवाद
b. अपमान
c. अप
d. वाद
Ans. - c
7. शब्द "पुरातत्त्व" में कौन सा प्रत्यय है?
a. पुरा
b. तत्त्व
c. पुरातत्त्व
d. पु
Ans. - a
8. शब्द "विकास" में कौन सा प्रत्यय है?
a. वि
b. स्व
c. विकास
d. स
Ans. - a
9. शब्द "बढ़िया" में कौन सा प्रत्यय है?
a. इया
b. ईया
c. या
d. ढीया
Ans. - a
10. शब्द "धनवान" में कौन सा प्रत्यय है?
a. आन
b. वान
c. नवान
d. वन
Ans. - b
उपसर्ग और प्रत्यय से संबंधित प्रश्न (FAQs)
उपसर्ग किसे कहते हैं?
- उपसर्ग वे शब्दांश होते हैं जो किसी शब्द के पहले लगते हैं और उनका अर्थ बदल देते हैं।
उपसर्ग की परिभाषा क्या है?
- उपसर्ग की परिभाषा है कि वे शब्दांश होते हैं जो किसी शब्द के पहले लगते हैं और उनका अर्थ बदल देते हैं। उपसर्ग का उपयोग करके हम शब्दों को विभिन्न तत्वों में विभाजित कर सकते हैं और उनका अर्थ समझ सकते हैं।
उपसर्ग के कितने होते हैं?
- उपसर्गों के कई प्रकार होते हैं। उपसर्गों की संख्या सीमित नहीं होती है, क्योंकि नए उपसर्ग निर्माण किए जा सकते हैं।
उपसर्ग का क्या महत्व है?
- उपसर्ग हिंदी भाषा में शब्दों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उपसर्गों के द्वारा हम शब्दों के अर्थ को परिवर्तित कर सकते हैं और उन्हें विभिन्न तत्वों में विभाजित कर सकते हैं।
उपसर्ग के उदाहरण दीजिए?
- प्र + बाल = प्रबाल,
प्र + कोप = प्रकोप
प्र + ख्यात = प्रख्यात
परा + जय = पराजय
परा + अधीन = पराधीन
परा + आश्रय = पराश्रय
अप + मान = अपमान
अप + व्यय = अपव्यय
अप + शब्द = अपशब्द
अव + गुण = अवगुण
प्रत्यय किसे कहते हैं?
- प्रत्यय एक अक्षर या अक्षरों का समूह होता है, जो शब्द के अंत में जुड़कर उस शब्द का अर्थ बदल देता है।
प्रत्यय की परिभाषा क्या है?
- प्रत्यय एक अक्षर या अक्षरों का समूह होता है, जो शब्द के अंत में जुड़कर उस शब्द का अर्थ बदल देता है। यह शब्दों के रूप, अर्थ, क्रिया या संज्ञा के रूप में प्रयोग हो सकता है। प्रत्यय हिंदी भाषा में शब्दों के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रत्यय के कितने होते हैं?
- प्रत्ययों की संख्या सीमित नहीं होती है, क्योंकि नए प्रत्यय निर्माण किए जा सकते हैं।
प्रत्यय का क्या उपयोग है?
- प्रत्यय का उपयोग करके हम शब्दों के अर्थ को परिवर्तित कर सकते हैं और उन्हें विभिन्न तत्वों में विभाजित कर सकते हैं। प्रत्यय हमें शब्दों के रूप, अर्थ, क्रिया या संज्ञा के रूप में उपयोग करने देता है।
प्रत्यय के उदाहरण दीजिए?
- आई - चढ़ाई, पढ़ाई, लिखाई, धुलाई, पिटाई, सिलाई
आहट - मुस्कराहट, घबराहट, चिल्लाहट, कड़वाहट
पा - मोटापा, आपा, बुढ़ापा
आई - मोटाई, गोलाई, ऊँचाई
ता - सुंदरता, कुरूपता, दुष्टता, मनुष्यता
निष्कर्ष
संक्षेप में कहें तो उपसर्ग और प्रत्यय हमारी हिंदी भाषा में शब्दों के रचनात्मक और अर्थात्मक भूमिका निभाते हैं। ये शब्दांश शब्दों के पहले या अंत में जोड़कर उनका अर्थ परिवर्तित कर देते हैं। उपसर्ग शब्द के पहले लगाये जाते हैं और प्रत्यय शब्दों के अंत में जुड़कर उनका अर्थ बदल देते हैं। इनका ज्ञान हमें शब्द संगठन में मदद करता है और हमें शब्दों के सार्थक अर्थ को समझने में सहायता प्रदान करता है। इसलिए, यह लेख "उपसर्ग और प्रत्यय के 50 उदाहरण हिंदी में (50 Upsarg aur Pratyay in hindi)" उपसर्ग और प्रत्यय की परिभाषा, उदाहरण और उपयोग को सरल भाषा में समझाने का प्रयास करता है।
आशा करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया और कुछ नया सीखने को मिला। अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद...
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