संज्ञा व्याकरण और भाषा के महत्वपूर्ण विषयों में से एक हैं इनसे परीक्षा में कई प्रश्न पूछें जाते हैं. इसलिए विद्यार्थियों के लिए इन्हें जानना अति अवश्यक है. संज्ञा किसी व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, दिन, महिना, विचार, आदि के नाम को कहते हैं. संज्ञा के पांच भेद: व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक और द्रव्यवाचक संज्ञा हैं.
आज के इस लेख में हम "व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण" देखेंगे और इन्हें गहराई से समझने का प्रयास करेंगे.
व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण
व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण |
मित्रों व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण देखने से पहले, चलिए इनके परिभाषा पर एक नजर डालते हैं.
व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा
1. व्यक्तिवाचक संज्ञा की परिभाषा
वैसे संज्ञा जो किसी खास व्यक्ति, वस्तु, जानवर, दिन, महिना, स्थान आदि का नाम बताएं उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे - राम और सोमवार, ये व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण हैं क्योंकि ये किसी खास व्यक्ति और दिन का बोध करते हैं.
व्यक्तिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
- राम
- मोहन
- कृष्ण
- दिल्ली
- हिमालय
- कैलाश
- मंगलवार
- अगस्त
- गंगा
- सुभा
2. जातिवाचक संज्ञा की परिभाषा
वैसे संज्ञा जो किसी खास व्यक्ति, वस्तु, जानवर, दिन, महिना, स्थान आदि का बोध न करके इनके पुरे जाति का बोध करें उसे जातिवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे - आदमी, गाय, लड़की, दिन, आदि.
जातिवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
- आदमी
- औरत
- लड़की
- युवा
- गाय
- घोडा
- महिना
- कलम
- शहर
- देश
3. भाववाचक संज्ञा की परिभाषा
वैसे संज्ञा जो किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, स्वाभाव, विचार आदि का बोध करें उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे - बचपन, मिठास, दया, मित्रता, आदि.
भाववाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
- बुढ़ापा
- लड़कपन
- ठंडी
- चतुराई
- दया
- प्रेम
- मित्रता
- लिखावट
- भय
- सम्मान
4. समूहवाचक संज्ञा की परिभाषा
जिस संज्ञा से समूह या भीड़ का बोध हो उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे - सभा, मेला, बाजार आदि.
समूहवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
- मेला
- स्कूल
- बाजार
- सभा
- दल
- सेना
- गठ्ठर
- गुच्छा
- भीड़
- समिति
5. द्रव्यवाचक संज्ञा की परिभाषा
जिन वस्तुओं को नापा या तौला जा सके उनके नामों को द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं. जैसे - आटा, सोना, चांदी, तेल, पानी, आदि.
द्रव्यवाचक संज्ञा के 10 उदाहरण
- सोना
- चाँदी
- पानी
- घी
- गेहूं
- लोहा
- मिट्टी
- आटा
- धान
- दाल
संज्ञा से सम्बंधित MCQs
1. संज्ञा का क्या मतलब है?
A) विचार
B) व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, आदि के नाम
C) गुण और स्वाभाव
D) व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञाएँ
Answer: B
2. व्यक्तिवाचक संज्ञा का क्या उद्देश्य है?
A) गुणों का वर्णन करना
B) समूह की पहचान करना
C) व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, दिन का बोध करना
D) नाप और तौल करना
Answer: C
3. जातिवाचक संज्ञा क्या है?
A) किसी व्यक्ति के गुण और स्वाभाव का बोध करने वाली संज्ञा
B) व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, दिन का बोध न करके इनके पुरे जाति का बोध करने वाली संज्ञा
C) समूह की पहचान करने वाली संज्ञा
D) नाप और तौल करने वाली संज्ञा
Answer: B
4. भाववाचक संज्ञा का क्या अर्थ है?
A) गुण और स्वाभाव का वर्णन करने वाली संज्ञा
B) व्यक्ति के नाम का बोध करने वाली संज्ञा
C) समूह की पहचान करने वाली संज्ञा
D) नाप और तौल करने वाली संज्ञा
Answer: A
5. समूहवाचक संज्ञा का क्या अर्थ होता है?
A) व्यक्ति के गुण और स्वाभाव का वर्णन करने वाली संज्ञा
B) व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, दिन का बोध करने वाली संज्ञा
C) समूह या भीड़ का बोध करने वाली संज्ञा
D) नाप और तौल करने वाली संज्ञा
Answer: C
6. द्रव्यवाचक संज्ञा क्या होती है?
A) गुण और स्वाभाव का वर्णन करने वाली संज्ञा
B) नाप और तौल करने वाली संज्ञा
C) व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, दिन का बोध करने वाली संज्ञा
D) समूह की पहचान करने वाली संज्ञा
Answer: B
अक्सर पूछें जाने वाले प्रश्न FAQs
1: संज्ञा क्या है?
- संज्ञा का उपयोग व्यक्तियों, वस्तुओं, जानवरों, स्थानों, दिनों, महीनों, विचारों आदि के नाम के रूप में होता है।
2: संज्ञा के कितने भेद होते हैं और वे क्या हैं?
- संज्ञा के पांच प्रमुख भेद होते हैं: व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक और द्रव्यवाचक।
3: व्यक्तिवाचक संज्ञा क्या होती है और उसके कुछ उदाहरण क्या हैं?
- व्यक्तिवाचक संज्ञा वह होती है जो किसी खास व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, दिन, महिना आदि के नाम को बताती है। उदाहरण: राम, मोहन, कृष्ण, दिल्ली, हिमालय, मंगलवार, अगस्त, गंगा, सुभा, आदि।
4: जातिवाचक संज्ञा क्या होती है और उसके कुछ उदाहरण क्या हैं?
- जातिवाचक संज्ञा वह होती है जो किसी व्यक्ति, वस्तु, जानवर, स्थान, दिन, महिना आदि का बोध नहीं करके उनके पूरे जाति का बोध कराती है। उदाहरण: आदमी, औरत, लड़की, युवा, गाय, घोड़ा, महीना, कलम, शहर, देश, आदि।
5: भाववाचक संज्ञा क्या होती है और उसके कुछ उदाहरण क्या हैं?
- भाववाचक संज्ञा वह होती है जो किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, स्वाभाव, विचार आदि को बताती है। उदाहरण: बुढ़ापा, लड़कपन, ठंडी, चतुराई, दया, प्रेम, मित्रता, लिखावट, भय, सम्मान, आदि।
6: समूहवाचक संज्ञा क्या होती है और उसके कुछ उदाहरण क्या हैं?
- समूहवाचक संज्ञा वह होती है जिससे समूह या भीड का बोध होता है। उदाहरण: मेला, स्कूल, बाजार, सभा, दल, सेना, गठ्ठर, गुच्छा, भीड, समिति, आदि।
7: द्रव्यवाचक संज्ञा क्या होती है और उसके कुछ उदाहरण क्या हैं?
- द्रव्यवाचक संज्ञा वह होती है जिन वस्तुओं को नापा या तौला जा सकता है। उदाहरण: सोना, चांदी, पानी, घी, गेहूं, लोहा, मिट्टी, आटा, धान, दाल, आदि।
समापन
संक्षेप में कहें तो संज्ञा व्याकरण का एक महत्वपूर्ण विषय है और इसके पांच भेद व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञा हैं.
आज के लेख में हमने व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक, समूहवाचक, द्रव्यवाचक संज्ञा के उदाहरण को देखा. आशा करते है आज का यह लेख आपको पसंद आया और आपने कुछ नया सिखा. इसे अपने सहपाठियों के साथ शेयर करना न भूलें.